स्वच्छ भारत : स्वस्थ भारत
यही नारा लगाना है।
गाँधीजी ने कहा;लोहियाजी ने कहा !!
हमने भी माना है।।
स्वच्छ भारत बने !
जल,थल,पवन संग तन,मन,जीवन पाक रखेंगे।।
हम ख़ुद से कहें फिर सबसे कहें !
जन-जन को जगाना है।
स्वच्छ भारत बने !
कर्त्तव्य अपना करेंगे;उसे न बनायेंगे पेशा।।
चाहे स्वामी हों हम या फिर सेवक हों हम !
हमें झाड़ू उठाना है।
स्वच्छ भारत बने !
मानव हैं,मानव रहेंगे;हम ना मशीन बनेंगे।।
पैदल चलना पड़े;कूड़ा चुनना पड़े !
कभी जी न चुराना है।
स्वच्छ भारत बने !
पाँव ज़मीं पर रखेंगे;उतारेंगे स्वर्ग धरा पर।।
पावन हों धरती माँ,निर्मल हों धरती माँ।
हमें रब को बुलाना है !
स्वच्छ भारत बने !
उत्क्रमित मध्य विद्यालय बलथारा
मोहिउद्दीननगर
समस्तीपुर
Excuse me ,Teaching is a thankless job. हम शिक्षक साथियों को शैक्षिक कैलेंडर का अनुपालन अवश्यमेव करना चाहिए। । तत्पश्चात् हमें मूल्यांकन हस्तक का उपयोग नियमित रूप से करना चाहिए।
ReplyDeleteयह पठन-पाठन की समग्र प्रक्रिया तो नहीं है ,परन्तु something is better than nothing वाली बात चरितार्थ अवश्य होगी।
जिस तरह एक चिकित्सक अपने मरीज का diagnosis करता है , आवश्यक medicine prescribe करता है तथा बीच बीच में diagnosis करते हुए आवश्यकतानुसार nedine बदलते हुए उपचार जारी रखता हैं ,वैसे ही हम शिक्षक साथियों को पठन- पाठन करने की अवश्यंभावी आवश्यकता है।
दीपक कुमार सिंह
उर्दू मध विद्यालय दुबहल
इमामगंज गया