तुम साथ हमें दो अगर जरा
तस्वीर बदल कर रख देंगे,
सरकारी विद्यालय की हम
तकदीर बदल कर रख देंगे।।
है लिया प्रशिक्षण हम सबने
शिक्षण में उसे अपनाएँगे,
आकर्षक विद्यालय होगा
कुछ ऐसा उसे सजाएँगे।।
परिसर होगा जब स्वच्छ
साफ-सुथरा जब शौचालय होगा,
हर वर्ग कक्ष होगा सुंदर
आकर्षक विद्यालय होगा।।
परिसर वृक्षों से हरा-हरा
हर वर्ग कक्ष हो भरा-भरा,
भयमुक्त हो वातावरण जहाँ
न कोई बच्चा डरा-डरा।।
बच्चों से नाता जोड़ेंगे
हम अपना उन्हें बनाएँगे,
उनकी क्षमता के अनुरूप
पढ़ना-लिखना सिखलाएँगे।।
जब शिक्षक समय से आएँगे
जब शिक्षक समय से जाएँगे,
जब खेल-खेल में बच्चों को कक्षा में उन्हें पढ़ाएँगे।।
तब जीतेंगे दिल बच्चों का
बच्चों से इज्जत पाएँगे,
होंगे खुश अभिभावक भी तब
आदर्श तभी कहलाएँगे।।
शिक्षण में लाकर नवाचार
नित उनको नया सिखाएँगे,
परिभ्रमण कराकर बच्चों को
अनुभव का लाभ दिलाएँगे।।
हो शनिवार का दिन ऐसा
बच्चों को लगे उत्सव जैसा,
खेले कूदेंगे गाएँगे
जो मरजी चित्र बनाएँगे।।
तुम साथ हमें दो अगर जरा
हम सब करके दिखला देंगे,
शिक्षित बिहार के सपने को
हम सच करके दिखला देंगे।।
संजय कुमार सिंह
प्रधानाध्यापक
मध्य विद्यालय लक्ष्मीपुर, रानीगंज
जिला - अररिया
Ati Sundar aur prernadayak
ReplyDeleteWow great sir,very inspirational creativity
ReplyDeleteSir jee aj mahsus ho rha h gurooo jee ka astiwt
ReplyDeleteबहुत खूब सुन्दर।
ReplyDeleteबहुत सुंदर👌💐💐💐
ReplyDeleteThank you sir,by this motivational poem you not only inspired all teachers but also remind their responsibilities and bound whole community with your aim and affection.🌳🌳🌄🌳🌳🌈
ReplyDeleteथैंक्यू मैम..... मैंने बहुत कुछ सीखा है आपसे परोक्ष रूप में....आप एक आदर्श शिक्षिका हैं और हम सब के लिए तो हमेशा आप प्रेरणास्रोत बनी रहेंगी।
ReplyDeleteVery very nice, your poem will always be an inspiration and guide for teachers.
ReplyDeleteThank you sir.
👍👍🙏🙏
ReplyDeleteBahut khoob sir
ReplyDeleteWow..
ReplyDeleteInspirational,🙏
THANKS TO ALL FOR .....
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