विश्व पर्यावरण दिवस-रंजेश कुमार - Teachers of Bihar

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Friday, 5 June 2020

विश्व पर्यावरण दिवस-रंजेश कुमार

विश्व पर्यावरण दिवस 

          विश्व पर्यावरण दिवस को पर्यावरण दिवस और ईको दिवस के नाम से भी जाना जाता है। यह वर्षों से एक बड़े वार्षिक उत्सवों में से एक उत्सव के रूप मेें हर वर्ष 5 जून को अनोखे और जीवन का पालन-पोषण करने वाली प्रकृति को सुरक्षित रखने के उद्देश्य से  लोगों द्वारा पूरे विश्व भर में मनाया जाता है। 
          आपके मन में हमेशा यह सवाल उठता होगा कि पर्यावरण दिवस के लिए 5 जून का दिन ही क्यों तय है। 1972 में संयुक्त राष्ट्र में 5 से 16 जून तक मानव पर्यावरण पर शुरू हुए सम्मेलन में संयुक्त राष्ट्र आम सभा और संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण कार्यक्रम के द्वारा कुछ प्रभावकारी अभियानों को चलाने के लिए विश्व पर्यावरण दिवस की स्थापना हई। इस दिवस को मनाने की घोषणा संयुक्त राष्ट्र ने पर्यावरण के प्रति वैश्विक स्तर पर राजनीतिक और सामाजिक जागृति लाने हेतु वर्ष 1972 में की थी। 5 जून 1974 को पहला विश्व पर्यावरण दिवस मनाया गया। इस साल अर्थ डे की थीम क्लाइमेट एक्शन है।
          इसमें कोई शक नहीं है कि नया कोरोना वायरस (COVID-19) दुनियाँ के लिए काल बनकर आया है। इस अदृश्य वायरस ने लाखों लोगों को अपना निवाला बना लिया है। अमेरिका जैसी सुपरपावर की हालत ख़राब कर दी है। इन चुनौतियों के बीच एक बात सौ फ़ीसद सच है कि दुनियाँ का ये लॉकडाउन प्रकृति के लिए बहुत मुफ़ीद साबित हुआ है। वातावरण धूलकण साफ़ हो चुके हैंl हालांकि ये तमाम क़वायद कोरोना वायरस के संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए ही है।
          लॉकडाउन की वजह से तमाम फ़ैक्ट्रियां बंद हैं। यातायात के तमाम साधन बंद हैं। अंतर्राष्ट्रीय  स्तर पर अर्थव्यवस्था को भारी धक्का लग रहा है। लाखों लोग बेरोज़गार हुए हैं। शेयर बाज़ार ओंधे मुंह आ गिरा है लेकिन अच्छी बात यह है कि कार्बन उत्सर्जन रुक गया है। अमेरिका के न्यूयॉर्क शहर की ही बात करें तो पिछले साल की तुलना में इस साल वहाँ प्रदूषण 50 प्रतिशत कम हो गया है। दिल्ली भारत के सबसे प्रदूषित शहरों में से एक था जो प्रदुषण से लगभग मुक्त हो चुका है। आज हम सब को पर्यावरण को लेकर सचेत होने की आश्यकता है। आइये हम सब इस दिवस पर पर्यावरण को  स्वच्छ रखने का प्रण लें। इतना हीं नहीं इसकी सुरक्षा हेतु पूरे विश्व में बिना किसी कारण वस भी हर वर्ष कुछ दिनों के लिए लाॅकडाउन होना चाहिए।



रंजेश कुमार 
प्रा. वि. छुरछुरिया
फारबिसगंज अररिया

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