आजादी का संकल्प - राकेश कुमार - Teachers of Bihar

Recent

Sunday 13 August 2023

आजादी का संकल्प - राकेश कुमार


        सोने की चिड़िया के नाम से जाना जाने वाला भारत पहले मुगलों के अधीन रहा, फिर वर्ष 1612 में ईस्ट इंडिया कंपनी व्यापार के बहाने भारत आई उस समय भारत के अधिकांश राज्यों में मुग़लों का राज्य था। कारोबारी रिश्ते रखने के बहाने ईस्ट इंडिया कंपनी ने धीरे-धीरे पूरे भारत में अपनी जड़े जमा ली थी। 1857 तक अंग्रेजों ने भारत के अधिकतर इलाकों को अपने अधीन कर लिया था । 1857 में ही भारत की आजादी के लिए सबसे पहली मशाल मंगल पांडे ने जलाई थी। 1857 के विद्रोह को ही भारत की आजादी की पहली लड़ाई मानी जाती है। भले ही यह विद्रोह सफल नहीं हो पाई, लेकिन इस विद्रोह से दो बातें उभरकर सामने आई कि कहीं कोई कमी के कारण यह विद्रोह सफल नहीं हो पाई और दूसरा की अगर हम संगठित हो प्रयास करेंगे तो अपनी आजादी को अवश्य प्राप्त करेंगे और उसी संगठित प्रयास का परिणाम सामने आया 15 अगस्त 1947 को जब हमारा देश आजाद हुआ और हम एक आजाद देश के नागरिक बनें। हम हर वर्ष अपनी आजादी का जश्न मनाते हैं।आजादी के लिए कुर्बानी देने वाले महानायको को याद करते हैं उनके आदर्शो को याद करते हैं और साथ ही साथ अपनी उपलब्धियों को भी दुनिया के सामने रखते हैं। आज हमारा देश आजादी का अमृत महोत्सव मना रहा है और सरकार के द्वारा आजादी के गुमनाम नायकों को भी और उनके द्वारा दी गई कुर्बानियों को आज के युवा पीढ़ी के सामने रखा जा रहा है। आजादी के जश्न मनाने का उद्देश्य यह भी होता है कि आज के युवा पीढ़ी इस तथ्य को जानें की 200 वर्षों की परतंत्रता से स्वतंत्रता की राह कितनी कठिन एवं कुर्बानियों से भरी थी । गर्व होता है कि 1947 से 2023 तक का भारत का इतिहास विकास के हर पथ पर अग्रसर है । खेल, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में हम नये-नये आयाम गढ़ रहे हैं। स्वतंत्रता दिवस का जश्न हमें हमारे देश के प्रति कर्तव्यों की भी याद दिलाता है। सामाजिक एकता के साथ विकास ये हम सभी की जिम्मेवारी है इस बात को आत्मसात करने का संकल्प ये हम सभी का नैतिक दायित्व है । हमारे देश के हर नागरिक को ये संकल्प लेना होगा कि हम ऐसे भारत के निर्माण में अपना योगदान देंगे जहां जाति - धर्म की बात न हो हम सभी एक हैं अर्थात्‌ हम सभी भारतीय हैं और युवा पीढ़ी को संस्कारपूर्ण शिक्षा के साथ एक सशक्त भारत का निर्माण करेंगे। 

जय हिंद जय भारत!

स्वतंत्रता दिवस की असीम शुभकामनाएं!


आलेखकर्ता 

................


राकेश कुमार 

मध्य विद्यालय बलुआ 

मनेर [ पटना ]

1 comment: