नई शिक्षा नीति 2020 : भारत के शिक्षा क्षेत्र में एक ऐतिहासिक परिवर्तन - Teachers of Bihar

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Saturday, 1 November 2025

नई शिक्षा नीति 2020 : भारत के शिक्षा क्षेत्र में एक ऐतिहासिक परिवर्तन

 भारत की शिक्षा व्यवस्था में व्यापक सुधार की दिशा में नई शिक्षा नीति (NEP) 2020 एक ऐतिहासिक कदम है। इसे 29 जुलाई 2020 को केंद्रीय मंत्रिमंडल द्वारा मंजूरी दी गई थी। यह नीति देश में 34 वर्षों बाद लाई गई है, जिसने 1986 की राष्ट्रीय शिक्षा नीति की जगह ली। इसका उद्देश्य शिक्षा को अधिक समावेशी, लचीला, बहुआयामी और कौशल-आधारित बनाना है, ताकि 21वीं सदी की जरूरतों के अनुसार विद्यार्थी तैयार किए जा सकें।

1.⁠ ⁠प्रारंभिक शिक्षा में बड़ा बदलाव (5+3+3+4 संरचना)

नई शिक्षा नीति में पारंपरिक 10+2 प्रणाली को बदलकर 5+3+3+4 संरचना लागू की गई है।

पहले 5 वर्ष – बुनियादी स्तर (प्रारंभिक बाल शिक्षा से कक्षा 2 तक)

अगले 3 वर्ष – तैयारी स्तर (कक्षा 3 से 5 तक)

अगले 3 वर्ष – मध्य स्तर (कक्षा 6 से 8 तक)

अंतिम 4 वर्ष – माध्यमिक स्तर (कक्षा 9 से 12 तक)

इस संरचना का मुख्य उद्देश्य बच्चों के सीखने की प्रक्रिया को उनकी आयु और मानसिक विकास के अनुरूप बनाना है।


2.⁠ ⁠मातृभाषा में शिक्षा पर बल

NEP 2020 के अनुसार, कक्षा 5 तक (और जहाँ संभव हो कक्षा 8 तक) शिक्षण की भाषा मातृभाषा या स्थानीय भाषा में होगी। इससे बच्चों में समझने और सीखने की क्षमता बढ़ेगी तथा भारतीय भाषाओं का संरक्षण भी होगा।


3.⁠ ⁠कौशल और व्यावसायिक शिक्षा

नई नीति में केवल किताबों पर आधारित शिक्षा नहीं, बल्कि कौशल-आधारित शिक्षा को भी महत्व दिया गया है। कक्षा 6 से ही विद्यार्थियों को व्यावसायिक प्रशिक्षण (vocational education) जैसे– बढ़ईगिरी, हस्तकला, इलेक्ट्रॉनिक्स, कृषि आदि सिखाए जाएंगे ताकि वे आत्मनिर्भर बन सकें।


4.⁠ ⁠उच्च शिक्षा में सुधार

उच्च शिक्षा में मल्टी-डिसिप्लिनरी एप्रोच अपनाई गई है, जिससे विद्यार्थी किसी भी विषय का संयोजन चुन सकते हैं।

स्नातक पाठ्यक्रम अब 3 या 4 वर्ष का हो सकता है।

विद्यार्थी बीच में पढ़ाई छोड़ने पर सर्टिफिकेट, डिप्लोमा या डिग्री ले सकते हैं।

देश में उच्च शिक्षा के लिए राष्ट्रीय उच्च शिक्षा आयोग (HECI) का गठन किया जाएगा।


5.⁠ ⁠शिक्षकों की भूमिका और प्रशिक्षण

नीति के अनुसार शिक्षक अब केवल पढ़ाने वाले नहीं, बल्कि मार्गदर्शक और प्रेरक होंगे। उनके प्रशिक्षण, मूल्यांकन और पेशेवर विकास के लिए नए मानक तय किए गए हैं। बी.एड. कोर्स को 4 वर्ष का बनाया गया है ताकि शिक्षक अधिक प्रशिक्षित और सक्षम बनें।


6.⁠ ⁠डिजिटल और ऑनलाइन शिक्षा

कोविड-19 के अनुभव को ध्यान में रखते हुए NEP 2020 में डिजिटल शिक्षा पर विशेष जोर दिया गया है। इसके लिए नेशनल एजुकेशनल टेक्नोलॉजी फोरम (NETF) का गठन किया गया है, जो शिक्षा में तकनीक के प्रयोग को प्रोत्साहित करेगा।


नई शिक्षा नीति 2020 भारतीय शिक्षा को ज्ञान, कौशल, नवाचार और नैतिक मूल्यों से समृद्ध करने की दिशा में एक क्रांतिकारी कदम है। यह नीति विद्यार्थियों को केवल नौकरी पाने के योग्य नहीं, बल्कि जीवन जीने की कला, सोचने की स्वतंत्रता और रचनात्मकता से भरपूर बनाती है। यदि इसका सफल क्रियान्वयन हुआ तो भारत निश्चित रूप से “विश्व गुरु” बनने की दिशा में अग्रसर होगा।  


अंजू कुमारी, मध्य विद्यालय गंगवारा रुन्नीसैदपुर सीतामढ़ी

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