आदर्श बहनें--खुशबू कुमारी - Teachers of Bihar

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Friday, 17 April 2020

आदर्श बहनें--खुशबू कुमारी

आदर्श बहनें
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          एक गाँव है रामपुर, उस गाँव में रीना और वीणा नाम की दो बहनें रहती थी। उनकी माँ बचपन में ही गुजर गई थी। वे दोनों बड़ी मुश्किल से अपना गुज़र-बसर कर रही थी। वे दोनों एक सेठ के यहाँ काम करती थी। उनका मालिक उनको काम के बदले कुछ पैसे और दोपहर का भोजन भी देते थे। मार्च माह के 11-12 ता. को जब वे सड़क पर घूम रही थी तो उन्होंने देखा कि सब लोग मास्क लगा कर चल रहे हैं। उन्होंने एक आदमी से पूछा तो उसने उनको कोरोना महामारी के बारे में बताया। तब उसने पूछा यह कौन सी बीमारी है? इससे कैसे बचा जा सकता है? तब उस आदमी ने बताया कि जितना हो सके घर में ही रहें। बाहर निकलने पर मास्क पहने। खाँसते छींकते समय रूमाल का प्रयोग करें। बार-बार हाथ साबुन से धोते रहें और लोगों से एक मीटर की दूरी बनाए रखें। फिर रीना-वीणा ने पूछा भईया कैसे पता चलेगा कि कोरोना हुआ है? मतलब इसके लक्षण क्या हैं? तब उस आदमी ने बताया कि किसी भी व्यक्ति को खाँसी, जुकाम के साथ साँस लेने में तकलीफ हो रही हो तो यह कोरोना का लक्षण हो सकता है। अगर ऐसा लक्षण किसी में दिखे तो सरकार द्वारा जारी हेल्प लाईन नम्बर पर सम्पर्क करें या नजदीकी स्वास्थ्य केन्द्र पर उनको ले जाएँ। इसके बाद वो दोनों घर वापस आ गई और घर पर ही कपड़े का मास्क बनाकर पहनने लगी क्योंकि उनके पास मास्क खरीदने के पैसे नही थे। इसके बाद इन दोनों ने फैसला किया कि गाँव में सबको कोरोना से बचने के लिए जागरूक करेगी लेकिन किसी ने उनकी बात नहीं मानी और इसी लापरवाही से गाँव के एक व्यक्ति को कोरोना हो गया। वो इस बात को छिपा रहे थे तब रीना और वीणा ने हेल्प लाईन नम्बर +91 -11-2397 8046 पर फोन कर दिया। तब उसे आइसोलेशन में ले जाया गया और डॉक्टर साहेेब ने उनका ईलाज शुरू कर दिया। इसके बाद सरकार के द्वारा लॉकडाउन लगा दिया गया और जब गाँव वालों ने टीवी, रेडियो पर सुना तब रीना और वीणा की बात समझ में आई और सबों ने दोनों बहनों से माफी माँगी। उन दोनों ने कहा कि किसी देश का राजा अगर प्रजा से मदद माँगे तो समझ लेना चाहिए कि देश पर बहुत बड़ा संकट आ गया है। माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने सभी देशवासियों से अपील की है कि घर में ही रहें और देश को कोराना से लड़ने में मदद करें। सबलोगों ने रीना और वीणा को शाबशी दी और कहा- ऐसा हीं होगा।



खुशबू कुमारी 
वर्ग-अष्टम 
म.वि. भनरा 
चांदन, बांका

8 comments:

  1. Bahut Sundar aap ISI Tarah Se apni lekhan Saheli ko badhava dete rahiye aap Bhavishya Mein Ek acchi lekhika ke roop Mein samaj KO na yes Dasha air disha Dene ka Karya karaingi, ye Hamari shubhkamnaen Hain.
    With best wishes
    Chandra Mishra

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  2. बहुत सुंदर प्रयास... अच्छी एवं उपयोगी रचना... बहुत बहुत बधाई एवं शुभकामनाएं.....

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  3. जिस प्रकार एक छात्रा ने आदर्श बहनों की कहानी को जनमानस के पटल पर रखा है वह सचमुच में कुछ क्षण हेतु सोचने के लिए विवश कर दिया है।यह आलेख सराहनीय है। मैं बच्ची को इसी तरह आगे बढ़ते रहने एवं लिखने की शुभकामना देता हूँ।

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  4. बहुत सुंदर लेखनी, यूँ ही प्रयासरत रहें।

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  5. पूत के पाँव पालने में हीं देखे जाते हैं। लिखते रहो बिटिया। मेरी शुभकामनाएँ हमेशा आपके साथ है। एक दिन आप बिहार का गौरव अवश्य बढ़ाएँगे मुझे पूर्ण विश्वास है।
    विजय सिंह

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  6. इस छोटी उम्र में इस बच्ची ने अपनी कल्पनाशीलता से समयानुकूल रचना कर समाज में जागरूकता फैलाने का प्रयास किया है इसके लिए मैं इस बच्ची को बधाई और जीवन में आगे बढ़ने की शुभकामनाएँ देता हूँ ।

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  7. आदर्श, जागरूक और साहसी बहनें!
    आपको ढ़ेर सारा प्यार और आशीर्वाद खुशबू! आप ऐसे ही आगे बढ़ती रहो।

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  8. बहुत सुंदर प्रयास। शुभकमनाएं एव आशीर्वाद।

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