पर्यावरण दिवस-प्रियंका प्रिया - Teachers of Bihar

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Friday, 5 June 2020

पर्यावरण दिवस-प्रियंका प्रिया

पर्यावरण दिवस
   
                      क्षिति जल पावक गगन समीर।
                       पंचतत्व से बना शरीर।। 
          
          हमारा शरीर प्रकृति के इन पांच तत्वों से बना है। प्रकृति जिसमें यह चराचर जगत वास करता है। प्रकृति अर्थात पर्यावरण। पर्यावरण शब्द का निर्माण दो शब्दों "परि+आवरण"=पर्यावरण से हुआ है। जिसमें 'परि' का अर्थ आसपास तथा 'आवरण' जो हमें चारों ओर से घेरे हुए हैं। पर्यावरण जैविक, अजैविक तत्त्वों, तथ्यों, प्रक्रियाओं और घटनाओं से मिलकर बनी इकाई है। पर्यावरण ही हमें स्वस्थ जीवन जीने के लिए शुद्ध जल, शुद्ध पवन, शुद्ध भोजन उपलब्ध करवाता है। पर्यावरण का अस्तित्व वायुमंडल, जलमंडल, स्थलमंडल पर व्याप्त समस्त जीवों से है।
          पर्यावरण और जीवों का परस्पर अन्योनाश्रित संबंध है।  हम जो प्रकृति को देते हैं या जैसा उसके साथ करते हैं बदले में वही हमें प्राप्त होता है। आज मनुष्य के स्वार्थपरता ने प्रकृति को असहनीय और अकल्पनीय छति पहुँचायी है। यही कारण है कि हम विभिन्न प्रकार के प्रदूषण का शिकार हो रहे हैं। प्राकृतिक सौंदर्य को नष्ट कर रहे हैं और प्राकृतिक संसाधनों का अति दोहन करने लगे हैं जिससे अनेक प्रकार की समस्याएँ पैदा हो गई है जिसमें भूमंडलीय ऊष्मीकरण भी एक बड़ी चुनौती है। ओजोन परत की क्षति व स्वास्थय संबंधी गंभीर बीमारी।            
          पर्यावरण दिवस मनाने का विशेष औचित्य लोगों को पर्यावरण के प्रति जागरूक करना है। हरे पौधे लगाएँ, विषैले गैसों का उत्सर्जन कम से कम करें, प्लास्टिक का प्रयोग कम से कम करें, कीटनाशक दवाओं का कम प्रयोग आदि अनेक उपाय हैं जिससे हम पर्यावरण का संरक्षण कर सकते हैं। इस लाॅकडाउन से मानव को सीख लेनी चाहिए और प्रकृति के साथ मिलकर काम करना चाहिए ताकि नदियाँ, हवा, जीव-जंतु सभी जीवन का आनंद ले सके।
         प्रकृति से है जीवन, प्रकृति से है धन 
   ५ जून को पर्यावरण जागरूकता का है दिन।


प्रियंका प्रिया
स्नातकोत्तर शिक्षिका 
श्री महंत हरिहरदास उच्च विद्यालय 
पूनाडीह, पटना

3 comments:

  1. बहुत-बहुत सुन्दर आलेख!

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  2. पर्यावरण संबंधी अच्छा आलेख आपने लिखा है। बहुत बहुत धन्यवाद!

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