मेरा मन मेरा विचार-राजीव नयन कुमार - Teachers of Bihar

Recent

Tuesday, 9 June 2020

मेरा मन मेरा विचार-राजीव नयन कुमार

मेरा मन मेरा विचार

          कौन कहता है आसमां में सुराख नहीं हो सकता, तबियत से एक पत्थर तो उछाल कर देखो यारों, जी हाँ।SoM यानि school on mobile । "टीचर्स ऑफ बिहार" से निकली एक ऐसी प्रकाश की किरण जो बिहार ही नहीं बल्कि पूरे देश के लिए पथ-प्रदर्शक बनकर उभरा है। जब हमारा देश कोरॉना जैसी महामारी से जूझ रहा था उस वक्त हमारे "टीचर्स ऑफ बिहार" के शिक्षक शिक्षा के क्षेत्र में एक अलख जगा रहे थे। 50 दिनों में करीब 900 क्लासेज इन शिक्षकों के द्वारा ली गई जो एक मिशाल है। इसमें भाग लेने वाले शिक्षक धन्यवाद के पात्र हैं। बिहार में जब-जब शिक्षा के ऊपर चर्चा की जाएगी तो SoM और इससे जुड़े शिक्षकों को जरूर याद किया जाएगा। "टीचर्स ऑफ बिहार" के इस  कार्यक्रम ने साबित कर दिया है कि यदि लगन और विजन हो तो कुछ भी असंभव नहीं है। इतने विपरीत परिस्थिति में सुदूर इलाके तक ज्ञान की रौशनी बिखेरकर आज शिक्षक समाज ने साबित कर दिया है कि शिक्षक विपरीत परिस्थिति में भी देश निर्माण की सोचते है।असली देश निर्माता यही हैं। SoM "टीचर्स ऑफ बिहार" का एक ऐसा प्रयोग है जो  आनेवाले समय में  बिहार की शिक्षा के क्षेत्र में दशा और दिशा का निर्धारण करेगा।
          इससे जुड़े सभी विद्वान शिक्षक गण ने साबित किया है कि कम से कम संसाधन में  वो बेहतर से बेहतर कर सकते है। इससे जुड़ी शिक्षिका रूबी कुमारी के द्वारा जिस प्रकार टी. एल. एम. का प्रयोग करते हुए शिक्षण किया गया की जितनी भी तारीफ की जाए वो कम है।संप्रेषण से लेकर प्रस्तुति तक में उन्होंने अभिनव प्रयोग किया। किसका किसका नाम लिया जाए। नम्रता मिश्रा हों या चांदनी झा, सत्येन्द्र कुमार राय हो या कविता कुमारी सभी ने प्रतिदिन बेहतर से बेहतर करने की कोशिश की। सभी शिक्षक "टीचर्स ऑफ बिहार" के लिए हीरे-मोती की तरह बेशकीमती है। SoM के माध्यम से "टीचर्स ऑफ बिहार" ने जो धमक पैदा किया है वो आनेवाले समय में दूर तक सुनाई देगी। इसके कार्यक्रम की रूपरेखा और प्रस्तुति देखकर ऊँचे पदों पर आसीन हमारे पदाधिकारी गण भी दांतो तले अंगुली दबाने के लिए मजबूर है। इसकी  गूंज आज  बिहार से बाहर के राज्यो में भी सुनाई दे रही है। आज "टीचर्स ऑफ बिहार" और इससे जुड़े SoM कार्यक्रम की तारीफ पूरे देश में हो रही है। कुल मिलाकर SoM अपने मकसद में सफल रही है। इससे जुड़े हमारे  सभी शिक्षकगणों को बहुत बहुत बधाई।


राजीव नयन कुमार

4 comments:

  1. बहुत सुंदर सर !

    ReplyDelete
  2. वाकई SOM के बारे में आपने अच्छा लिखा है सर।TOB का डंका एक न एक दिन उच्च स्तर तक बजेगा। शिक्षा जगत में एक स्वर्णिम इतिहास बनेगा।

    ReplyDelete