लहराता तिरंगा-विमल कुमार विनोद - Teachers of Bihar

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Saturday 15 August 2020

लहराता तिरंगा-विमल कुमार विनोद

लहराता तिरंगा

          तिरंगा भारत की शान है, देश का गर्व है। विश्व में भारत की पहचान है। लहराने का अर्थ है कि हमारा देश लगातार प्रगति के पथ पर अग्रसर है। यह भारत देश के तरक्की की सौगात बताता है। जैसा कि सभी लोगों को यह पता है कि 15 अगस्त जिसे संपूर्ण भारत वर्ष में स्वतंत्रता दिवस के रूप में मनाया जाता है तथा 26 जनवरी जिसे गणतंत्र दिवस के रूप में मनाया जाता है, हमारा राष्ट्रीय त्योहार कहलाता है। किसी भी देश की तरक्की वहाँ की अर्थव्यवस्था, रहन-सहन, शिक्षा, लोगों की सोच, देशभक्ति के प्रति समर्पण, नैतिकता, लोगों की उत्कृष्ट मानसिकता पर निर्भर करती है। राष्ट्रीय दिवस के शुभ अवसर पर हमलोगों को राष्ट्र की एकता एवं अखंडता को अक्षुण्ण बनाये रखने का दृढ़ संकल्प लेने का प्रयास करना चाहिये। आज के समय में जब भारत के साथ-साथ संपूर्ण विश्व कोरोना वायरस के संक्रमण के दौर से गुजर रहा है, देश जल, जीवन और हरियाली की  चुनौती को पूरा करने का प्रयास कर रहा है, संपूर्ण पर्यावरण  संकट के दौर से गुजर रहा है, ऐसी स्थिति में हम सभी भारतीयों को स्वतंत्रता दिवस के शुभ अवसर पर बिना किसी जाति, धर्म, क्षेत्रीयतावाद के अंधविश्वास से उपर उठकर राष्ट्र की एकता एवं अखंडता को बनाये रखने की बात सोचनी चाहिये तभी देश की अर्थव्यवस्था, राज व्यवस्था, सामाजिक व्यवस्था मुस्कुराती रहेगी। भारत वर्ष को अंग्रेजों की गुलामी से मुक्त कराने में अनगिनत भारतीय वीरों ने अपने प्राण गंवाये। आज भी जब हम अपने घरों में रहकर होली, दिवाली, दशहरा, ईद जैसे त्योहार का आनंद लेते हैं वैसे समय में हमारे देश के वीर सैनिक सीमा पर दुश्मन को मारने के चक्कर में शहीद हो जाते हैं। इसलिये हमलोगों को उन शहीदों के बलिदान को याद करते हुए अपने देश की आजादी, कृषि, पर्यावरण को बचाए रखने का संकल्प लेना चाहिये। हम सभी लोगों को यह पता है कि आने वाले कल का भविष्य देश के नौनिहाल बच्चों के कंधों पर है।आज के दौर में  किशोरावस्था एवं युवा  पीढ़ी संकटापन्न दौर से गुजर रही है। पश्चिमी सभ्यता तथा आधुनिकता भारतीय संस्कृति एवं सभ्यता पर हावी होती जा रही। हमें भारतीय सभ्यता, संस्कृति, रहन-सहन, वेष-भूषा तथा गरिमा को बचाये रखने का प्रयास करना चाहिए ताकि भारतीय सभ्यता तथा संस्कृति के साथ-साथ हमारे देश का गर्व एवं तिरंगा की शान बना रहे। 
          हमलोगों को अपने  कृषि को भी पर्यावरणीय अनुकूल बनाए रखते हुए तथा जैविक खाद एवं प्राकृतिक कीट नाशक का प्रयोग करते हुए जमीन के अंदर पाए जाने वाले असंख्य जीव जंतु को भी बचाने का प्रयास करना चाहिए। अंत में स्वतंत्रता दिवस की बहुत सारी शुभकामना के साथ-साथ आपका आने वाला कल हमेशा तिरंगा की तरह लहराता रहे। 


श्री विमल कुमार "विनोद"
राज्य संपोषित विद्यालय पंजवारा
बांका

3 comments:

  1. बहुत-बहुत सुन्दर!

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  2. बिल्कुल तिरंगा लहराता रहेगा
    जय हिन्द 🇮🇳

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