Saturday, 5 June 2021
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कोरोना को हराना है-चॉंदनी झा
कोरोना को हराना है
कहर है पूरे विश्व में तुम्हारा कोरोना, आया चीन के वुहान से, नया वायरस COVID-19 नाम दिया गया, फ्लू वाले लक्षण लिए, बुखार, सरदर्द, सूखी खांसी, सांस लेने में तकलीफ, शुरुआत में आसानी से पहचान ना आया क्योंकि कुछ अलग से कोई लक्षण नहीं है इसका फिर भी कोई बीमारी कब तक बचोगे चिकित्सकों की नजरों से। एक तरह के लक्षण वाले जब संक्रमित दिखने लगे तो डॉक्टरों ने इसे कोरोना नाम दिया। कोरोना 2019 वर्ष के अंतिम महीने से इसकी झलक दुनिया को देखने को मिली। नाम इसी आधार पर पड़ा नोवोल कोविड-19 और यह वायरस मजबूत और संपर्क से फैलने वाला जानलेवा अपना विस्तार करने लगा। धीरे-धीरे चीन से बाहर यह पांव पसारने लगा। कोरोना संक्रमित लोगों को पहले दिन बुखार के साथ सूखी खांसी, फिर सर दर्द, सांस लेने में तकलीफ। यह संक्रमण श्वास नली से होते हुए फेफड़े तक पहुंच जानलेवा साबित होता है। कोरोना संक्रमण के बाद भी हमारे शरीर के प्रतिरक्षा तंत्र की मजबूती से लड़ने के बाद कोरोना हमारे शरीर से हार जाता है। इस तरह यह अत्यंत तेजी से फैलने वाला वायरस से अभी तक कई लाख लोग संक्रमित हो चुके हैं और एक लाख से ऊपर लोगों की मृत्यु इस वायरस के कारण हो चुकी है। दिसंबर 2019 में शुरू हुआ यह वायरस विश्व के 190 देशों से ज्यादा जिसमें अमेरिका, इंग्लैंड, इटली, ईरान, इराक, दक्षिण कोरिया इत्यादि देशों के बाद फरवरी 2020 के अंतिम महिने में हमारे भारत में भी आ चुका है तथा अभी तक में बीस लाख से ज्यादा लोगों को संक्रमित कर हमारे देश में दहशत फैला रहा है। हम जान रहे हैं कि इस वैश्विक महामारी ने इटली, अमेरिका, इंग्लैंड जैसे देशों को निःशब्द कर दिया है। स्थिति ऐसी है की सोचकर डर लगता है।वैश्विक महामारी कोरोना बहुत डरावना है। वायरस व्यक्ति से व्यक्ति में तथा आसपास वस्तु, जगह, ट्रेन, बस इत्यादि से एक दूसरे में फैलता है। सभी सजीव निर्जीव इस वायरस के वाहक हैं। यदि किसी व्यक्ति को यह वायरस संक्रमित करता है तो उस व्यक्ति के खांसने छींकने के साथ आसपास छुए गए जगह पदार्थों पर इसके होने की संभावना होती है जिसे छूने के बाद दूसरे आदमी के संक्रमण की संभावना बढ़ जाती है।
कोरोना के फैलने के बारे में कहा गया है कि यह संक्रमण जिस वस्तु या हाथों पर है तो उससे अपने आप मुंह, नाक, कान, चेहरा छूने से यह आपको संक्रमित कर देता है। इसके लक्षण 2 दिनों से 14 दिनों में कभी भी दिख सकता है। हम इस वैश्विक महामारी से इतने भयावह है कि हमारे सामने सिर्फ इसके बचाव के तरीके ही नजर आते हैं।
हमारे शहर, गांव में भी हमें चाहिए कि कोरोना से कोसों दूर रहे। इसके लिए सावधानी पूर्वक इसके बचाव के निर्देशों का पालन करना चाहिए। जैसे घर से बाहर न निकले, अत्यंत जरूरी हो तभी घर से बाहर, वह भी एक आदमी काफी सहूलियत के साथ, खुद की सवारी से या पैदल जाने की कोशिश करें। बाहर किसी भी चीज को हाथ ना लगाएं, बाहर किसी से न मिले, मिले भी तो कम से कम 1 मीटर की दूरी बनाए रखें। हाथ न मिलाएं, नमस्ते कहे। शरीर को किसी चीज से छूने न दें। गले न मिलें, बाहर मास्क लगाकर जाए। बाहर से लाई भी कोई वस्तु जो धोने लायक हो, गर्म पानी या सर्फ के साथ ही धोएं। साथ ही यह भी जरूरी है कि बाहर से लाई गई वस्तु को 24 घंटे के बाद ही (भोज्य पदार्थों) का सेवन करें और बाहर से लाई गई अन्य वस्तुओं का 48 घंटे बाद ही उपयोग करें। घर आते ही बाहर से साबुन से 20 सेकेंड तक अच्छे तरीके से हाथ जरूर धोएं।आंख, मुंह, नाक छूने की कोशिश न करें। घर के बुजुर्गों का एवं बच्चों का विशेष ख्याल रखें। कोई भी ठंडी चीजों से अभी पहरेज करें। गुनगुना पानी एक से दो बार जरूर पियें। योग करें खुश रहें। सकारात्मक रहे, नकारात्मक विचारों को अपने से दूर रखें। अपने बच्चों के साथ ज्यादा से ज्यादा समय बिताएं। डिजिटल दुनिया से ज्यादा से ज्यादा लोगों से जुड़े रहे। कहानी, कविता, लेख आदि लिखे। डांस और संगीत के साथ अपना समय व्यतीत करें ताकि किसी भी परिस्थिति में कोरोना हमसे हार जाए। लॉकडाउन पालन करें। जिंदगी की सुरक्षा सबसे पहले बच्चों को किसी भी परिस्थिति मैं घर से बाहर न जाने दें। मॉर्निंग वॉक या पूजा आदि को अभी भूल जाएं। पौष्टिक और सात्विक भोजन लें। घर में खाली समय का अपने सपने पूर्ति करने के लिए उपयोग करें। यह निश्चित करें कि प्रत्येक घंटे एवं खाने- पीने से पहले हाथ साबुन से जरूर धोएं, न कहीं जाएं, न किसी को बुलाएं। सार्वजनिक वाहन का इस्तेमाल नहीं करें। भीड़-भाड़ वाली जगह पर जाने से बचें। न किसी को कोई चीज दें न लें। अल्कोहल युक्त सैनिटाइजर का उपयोग करें। जब घर से बाहर हो कोशिश करें कि हाथ में ग्लब्स, मुंह पर मास्क, सर ढका हुआ तथा सैनिटाइजर भी अपने साथ जरूर रखें। सर्दी, खांसी, बुखार हो तो डॉक्टर को तुरंत दिखाएं तथा सरकार द्वारा जारी स्वास्थ्य सुविधा नंबर पर कॉल करें। घर के लोगों से भी मिलना-जुलना न करें। स्वास्थ्य कर्मी, सफाई कर्मी, पुलिस, हमारे सहयोगी सबकी सहायता एवं सम्मान करें। सरकार द्वारा बताए सभी आदेशों का सम्मान और पालन करें। खुद कोरोना के प्रति जगें और दूसरों को जगाएं। हम घर में रहकर बार-बार हाथ धोकर पहरेज कर इस संक्रमण से बचा जा सकता है।और यह अत्यंत जरूरी है कि हम किसी कोरोना संक्रमित व्यक्ति के संपर्क या विदेशों से आते हैं तो जरूर एकांत हो जाएं। कम से कम 14 दिन ताकि यदि हम संक्रमित भी हुए हैं तो लोगों को यह संक्रमण न मिले। इस तरह कोरोना के बचाव की जानकारी को जानकर हम इसको हरा सकते हैं ताकि इसकी भयावहता कम हो और हम मुस्कुराते रहें। इसलिए अत्यंत जरूरी है कि घर में बने हुए रहें। आगे के सपनों में खोये रहें। लोगों को जागरूक कर सभी सहयोगियों का हौसला बढ़ाते हुए संकल्प लें कि हम कोरोना से खुद को बचाकर टीकाकरण सुनिश्चित करेंगे। इस अदृश्य वायरस को हराएंगे। प्रकृति से प्यार करेंगे। भारत को और विश्व को जिताएंगे। चुनौती बना वायरस हमारे प्रयासों से ही हार सकता है। इसके लिए जरूरी है हम इसके वाहक न बने तथा स्थिति सामान्य होने के बाद भी प्रशासन तथा न्यूज़ को ध्यान से सुनें और पालन करें। एहतियात है जरूरी तभी होगी कोरोना से दूरी।
चॉंदनी झा
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