सड़क सुरक्षा हर व्यक्ति से जुड़ा हुआ विषय है। हमारे देश भारत में हर वर्ष सड़क हादसों में हज़ारों लोगों की मौतें होती हैं। इसी को दृष्टिगत करते हुए और सड़क दुर्घटनाओं कमी लाने के उद्देश्य से माह जनवरी महीने में हर वर्ष राष्ट्रीय सड़क सुरक्षा सप्ताह भी मनाया जाता है। इसके तहत आम लोगों को यातायात से जुड़े नियमों के बारे में जानकारी दी जाती है।
मैं एक संकेतक/संदेश के माध्यम कहना चाहता हूं कि स्कूलों और शैक्षणिक संस्थाओं में भी आवश्यक रुप से इस सड़क के यातायात नियमों का पालन होने चाहिए।
लाल बत्ती खबरदार
पीली बत्ती होशियार
हरी बत्ती कर लो पार
अंतरराष्ट्रीय सड़क संगठन (आईआरएफ) की रिपोर्ट की बात करें तो विश्व भर में 12.5 लाख लोगों की प्रति वर्ष सड़क हादसों में मौतें होती हैं। इसमें अपने देश भारत में 10 प्रतिशत से ज्यादा मौतैं होती है।
एनसीआरबी के जारी आंकड़ों के अनुसार वर्ष 2019 में 4,37,396 सड़क हादसे हुए, जिनमें 1,54,732 लोगों की जानें गई और 4,39,262 लोग घायल हुए।
59.6 फीसदी सड़क दुर्घटनाओं का कारण तेज रफ्तार रही। ओवर स्पीडिंग की वजह से सड़क दुर्घटना में 86,241 लोगों की मौत हुई जबकि 2,71,581 लोग घायल हुए। इन सभी दुर्घटनाओं के पीछे शराब/मादक पदार्थों का इस्तेमाल,लहरिया कट गाड़ी चलाना, वाहन चलाते समय मोबाइल पर बातें करना,टू,थ्री फोर या अधिक सीटर गाड़ी पर चालकों को यातायात के नियमों का पालन नहीं करना, हेलमेट न पहनना,वाहनों में जरुरत से अधिक भीड़ होना, वैध गति से अधिक तेज़ गाड़ी चलाना और थकान आदि होना है।
आईए, जानते हैं क्रम बार कि कैसे यातायात के नियमों का पावन करना चाहिए-
१. वे टू वे नियम का पालन करना चाहिए- इसका मतलब वीआईपी को रास्ता देने,इमरजेंसी में मरीज एम्बुलेंस को रास्ता देने के लिए अथवा सड़क मरम्मती के लिए वन वे One way किया जाता है।
जब आप किसी एक दिशा मे गाड़ी चला रहे होते है तो ध्यान रखें की आप सही दिशा मे ही गाड़ी को चलाएं। गलत दिशा में गाड़ी चलाने से एक्सीडेंट होने का ख़तरा बढ़ जाता है। इसलिए वन वे पर सावधानी पूर्वक गाड़ी चलानी चाहिए।
टू वे में दायीं-बायीं सड़क के बीच बीच में रोक लगी होती है जिसे देखकर ही गाड़ी चलानी चाहिए।
२. ओवरटेक किसी भी हाल में नहीं करनी चाहिए- हरेक को अपने गंतव्य स्थान पर पहुंचने की जल्दी होती है। जल्दी पहुँचने के चलते गाड़ी ओवेरटेक करने की नौबत आती है जो की काफ़ी ख़तरनाक होता है। हमें बड़े गाड़ियों के ओवरटेक करनी ही नही चाहिए। इसके पहले भली-भांति जांच लेनी चाहिए कि ओवेरटेक करने से एक दूसरे चालकों को परेशानी तो नहीं हो रही। ओवेरटेक करने से दुर्घटनाएं होने की संभावनाएं बनती हैं। चलाएं गाड़ी धीमी तेज गति जीवन को क्षति
३. लगातार हॉर्न कभी नही़ बजाने चाहिए- यह यातायात नियम के विरुद्ध हैं और ध्वनि प्रदूषण नियम के अनुसार भी तय मानक से अधिक आवाज में हार्न नहीं बजाने चाहिए। इस कानफाड़ू आवाज से कान के पर्दे तक को नुकसान पहुंच सकता है।
ट्रैफिक मे लोगो को लगातार हॉर्न बजाते हुए देखा जा सकता है। अपने देश के अलग अलग हिस्सों में ये आम बात है। कुछ लोगो को ये लगता है की अगर वे ज़्यादा हॉर्न का प्रयोग करने से जाम खुल जाएगा, ट्रेफिक खुल जाएगा तो लोग गलत सोचते हैं। जब आप अत्यधिक हॉर्न का प्रयोग करने से आगे वाला वाहन चालक दबाव मे आ जाता है ओर इससे ध्वनि प्रदूषण फैलता है सो अलग। अंत:हमें इस ओर भी विशेष ध्यान देने की जरुरत है।
४. यू टर्न कभी भी अचानक नहीं लेनी चाहिए--यू टर्न लेना बहुत ज़्यादा ख़तरनाक होता है। बीच सड़क मे अगर आप यू टर्न लेते हैं तो ख़तरा कई गुना बाढ़ जाता है। यू टर्न लेने के पहले ज़रूरी है की पहेले सड़क के किनारे अपने वाहन को पहले रोके ओर अपने पीछे का ट्रॅफिक देखकर जब लगे कि ट्रैफिक करियर है तभी यू टर्न लेने चाहिए।।
५. तय स्पीड में गाड़ी चलानी चाहिए- जगह जगह आपने देखा होगा की बोर्ड मे लिखा होता है स्पीड लिमिट। स्पीड लिमिट जगह देखकर तय की जाती है। 20 किमी/प्रति घंटे की रफ्तार संकरी या ट्रैफिक जाम तय सीमा अगर स्पीड लिमिट 40 किमी/प्रतिघ़टे है तो वहां आप गाड़ी की स्पीड 40 से उपर बिलकुल ही नहीं रखने चाहिए।
६. हैण्ड सिग्नल और इंडिकेटर को नियमानुकूल संकेत देने चाहिए- – रोड बदलने के समय हाथ से इशारा देना या इंडिकेटर देना दोनों ही सही होता है। अगर आप दाहिने (Right) दिशा मे जा रहे हैं तो दाहिना (right) इंडिकेटर या दाहिने हांथ (right hand) का प्रयोग करने चाहिए। यदि लेफ्ट साइड मे जा रहे है तो लेफ्ट इंडिकेटर या लेफ्ट हाथ का इस्तेमाल करने चाहिए।
७. वाहन को पार्किंग एरिया मे ही पार्क करेने चाहिए -वाहन को पार्क करते समय जाँच लेनी चाहिए कि उसे पार्किंग एरिया मे पार्क कर रहे हैं या नही। वाहन को सही जगह पार्क करें और इस तरह से पार्क करें की वहां दूसरों को परेशानी ना हो। ऐसा नहीं करने पर यातायात पुलिस फाईन भी कर सकती है।
८. ट्रैफिक साइन के सभी नियम जानकर ही सड़क पर गाड़ी चलाने चाहिए- हर ट्रैफिक साइन का कोई ख़ास मतलब होता है इसलिए सड़क पर जब भी गाड़ी चलाएं यातायात के नियमों का पालन करते हुए और संकेतकों को देख व समझकर ही चलाने चाहिए।
तो आएं हम सब दृढ़संकल्प लें और सड़क यानी या यातायात के नियमों का अक्षरश: पालन करें और अपने अनमोल जीवन को अवश्य ही बचाएं।
_सुरेश कुमार गौरव,स्नातक कला शिक्षक
उ.म.वि.रसलपुर,फतुहा,पटना (बिहार)

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