आत्मविश्वास से विकास संभव- श्री विमल कुमार "विनोद" - Teachers of Bihar

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Friday, 3 February 2023

आत्मविश्वास से विकास संभव- श्री विमल कुमार "विनोद"

किसी भी जीव का जन्म के साथ ही विकास होने लगता,जो कि सतत,अनवरत और लगातार होते रहता है।मनुष्य का विकास, शारीरिक,मानसिक,शैक्षणिक, संवेगात्मक,संज्ञानात्मक, मनोगत्यात्मक रूप से होता है। बालक जब जन्म लेता है,उसके  बाद से उसके माता-पिता उसका लालन-पालन तथा देखभाल बहुत अरमान के साथ करते हैं,तथा इस विश्वास के साथ करते हैं कि मेरा बच्चा बड़ा होकर अपने लक्ष्य को प्राप्त करने में सफल होगा तथा एक सुन्दर व्यक्तित्व का विकास कर पायेगा।

कोई भी व्यक्ति चाहे वह शिक्षक, अविभावक,किसान या विद्यार्थी सारे लोगों के लिये यह आवश्यक है कि उसके अंदर आत्म विश्वास का होना आवश्यक है।यदि माता- पिता को यह आत्म विश्वास हो जाय कि मेरा बच्चा आगे चलकर अच्छा करेगा तो वह निश्चित रूप से तरक्की करेगा तथा अपने लक्ष्य को प्राप्त कर लेगा,तभी उस के बच्चे का विकास संभव हो सकता है।

मेरा यह आलेख लोगों के मन में आत्म विश्वास पैदा करने के संबंध में है।हमें अपनी सोच को विकसित करना होगा कि"मैं अपने जीवन में कुछ भी कर सकता हूँ"।इस संबंध में लोगों को हमेशा जीवन के उज्जवल पक्ष को देखना चाहिये। कहा भी जाता है कि हमेशा जीवन के उज्जवल पक्ष को देखिये,अंधकारमय पक्ष को नहीं, क्योंकि जो व्यक्ति जीवन के उज्जवल पक्ष को नहीं देखता है वह कभी भी जीवन में तरक्की नहीं कर सकता है ।यह भी जाता  है कि"अगर मनोबल ऊँचा है तो लक्ष्य भी आसान होगा"। इसलिये  प्रत्येक व्यक्ति को सकारात्मक सोच के  साथ विकास की बातों को  सोचना चाहिये।

आत्मविश्वास का होना किसी भी व्यक्ति के लिये आवश्यक है, क्योंकि एक विद्यार्थी जो कि अध्ययन रत  है,उसके मन में सकारात्मक तथा आगे बढ़ने की सोच पैदा करनी चाहिये,कि वह बड़ा होकर जीवन के सुन्दर लक्ष्य को प्राप्त कर सकता है।बच्चों के अंदर उनके आने वाले समय में अग्रतर बढ़ते रहने तथा तरक्की करने की बातों को बताने का प्रयास करना चाहिये।मुझे लगता है कि कितनी भी कठिन डगर क्यों न हो,अगर उसके मन मस्तिष्क के अंदर इस बात का समावेश कर दिया जाय कि वह एक मेधावी छात्र है,वह अपने वर्ग में लगातार तरक्की कर सकते है, जिससे उसका आत्म विश्वास बढ़ेगा,जीवन में और अधिक मेहनत करने की कोशिश करेगा और जीवन में निरंतर विकास करता ही जायेगा।

इसी तरह वर्तमान समय में जब कि भारत के साथ-साथ संपूर्ण विश्व में कोरोना वायरस का संक्रमण फैला हुआ है,वैसी स्थिति में भारत सरकार को यह पूर्ण विश्वास है कि हम बहुत जल्द कोरोना वायरस के संक्रमण से मुक्त हो जायेंगे,इसी सोच का परिणाम होगा कि भारत तथा विश्व को कोरोना संकट से मुक्ति हो जायेगी।

अंत में ,मैं उम्मीद करता हूँ कि सभी तरह के कार्य करने वालों को अपने जीवन में लगातार तरक्की करने का आत्मविश्वास जगाना होगा तभी वह विश्व में आने वाली नई-नई चुनौतियों के संकट को झेल पायेगा तथा  इस संसार में अपने अस्तित्व को बचाये रख सकता है।


आलेख साभार-श्री विमल कुमार "विनोद" शिक्षाविद,भलसुंधिया,गोड्डा 

(झारखंड)

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