स्थापना दिवस विशेष - राकेश कुमार - Teachers of Bihar

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Saturday 20 January 2024

स्थापना दिवस विशेष - राकेश कुमार

 टीचर्स ऑफ बिहार नाम नहीं एक संकल्प है !

    

               एक मशहूर उक्ति है दोस्तों मेहनत से मोहब्बत करो, क्योंकि यह तुम्हारी कामयाबी का वजह बनेगा और सोच हमेशा शिखर छूने की रखो तो आप एक प्रेरणा के स्रोत बन जाएंगे। शिक्षा और शिक्षण एक प्राचीन पद्धति है अगर इस पर हम लिखना चाहे या चर्चा करना चाहें तो सवाल उठना लाजमी है कि इसमें नया क्या? आज से कुछ वर्ष पूर्व सकारात्मक कार्यों के प्रचार-प्रसार हेतु संसाधन बहुत कम उपलब्ध थे, लेकिन इन सबके बीच सोशल मीडिया का चलन बढ़ा तो बिहार के शिक्षा के क्षेत्र में एक ऐसे सोच की संकल्पना हुई जिसको इस क्षेत्र में क्रांति कहा जाए तो गलत नहीं होगा। इस शैक्षिक क्रांति का नाम था टीचर्स ऑफ बिहार सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म जिसका निःस्वार्थ उद्देश्य था बिहार के सरकारी विद्यालयों की सकारात्मक तस्वीर एवं सरकारी विद्यालयों के शिक्षकों द्वारा किए जा रहें कार्यों को दुनिया के सामने लाना। मशहूर साहित्यकार हरिशंकर परसाई का कहना था कि सत्य को भी प्रचार चाहिए वरना उसे मिथ्या मान लिया जाता है । हम शिक्षक कार्य तो कर रहे थे लेकिन वो कार्य एक सही प्लेटफॉर्म नहीं होने के कारण उसका क्षेत्र सीमित हो जा रहा था। शिक्षकों के इस सीमित क्षेत्र को असीमित क्षेत्र में बदला टीचर्स ऑफ बिहार नें । बिहार में हो रही शैक्षिक गतिविधियों को आज पूरी दुनिया देख रही है । स्थापना से लेकर आज तक इस प्लेटफॉर्म नें कई उतार-चढ़ाव देखें इस उतार-चढ़ाव का तात्पर्य है कोरोना काल इस काल में तमाम शैक्षिक गतिविधियां ठप हो गई थी तो उस समय टीचर्स ऑफ बिहार द्वारा एक ऐसी चीज की शुरुआत की गई जो बिहार के शिक्षा के क्षेत्र में एक मिसाल बन गई उस मिसाल का नाम था SoM ( School on Mobile ) इस कार्यक्रम के द्वारा बिहार के सरकारी विद्यालयों के शिक्षकों ने एक ऐसा उदाहरण प्रस्तुत किया जो हमेशा अनुकरणीय रहेगा। इस प्लेटफॉर्म के माध्यम से आज सभी शिक्षक तकनीकी रूप से भी सशक्त हो रहे हैं। शिक्षकों के लेखन क्षमता हेतु भी प्लेटफॉर्म उपलब्ध है। आज स्थापना दिवस पर इस आलेख के माध्यम से मैं अपनी भावनाओं को व्यक्त जरूर कर रहा हूं लेकिन साथ ही साथ गौरवान्वित भी महसूस कर रहा हूं कि इसके कार्यो के बारे में कुछ शब्दों में व्यक्त नहीं किया जा सकता। मुझे गर्व है कि मैं एक ऐसे संकल्प का हिस्सा हूं जिसका संकल्प है न रुकना है न थकना है निरंतर आगे बढ़ते रहना है और अपने नौनिहालों की तस्वीर और तक़दीर दोनों को बदलना है । आप सभी को टीचर्स ऑफ बिहार की स्थापना दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं! 

 हैप्पी बर्थडे टीचर्स ऑफ बिहार पाँच साल है बेमिसाल !

  


आलेखकर्ता 

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 राकेश कुमार 

शारीरिक शिक्षक 

मध्य विद्यालय बलुआ 

मनेर ( पटना )

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