१२ जनवरी, स्वामी विवेकानंद की जयंती, भारत में "राष्ट्रीय युवा दिवस" के रूप में मनाई जाती है। यह दिन हमारे देश के युवाओं को प्रेरित करने और उनके भीतर छिपी असीम संभावनाओं को जागृत करने का एक सशक्त माध्यम है। स्वामी विवेकानंद, एक महान विचारक, समाज सुधारक, और प्रेरक व्यक्तित्व, ने युवाओं को राष्ट्र के निर्माण का आधार स्तंभ माना। उनके विचार और संदेश आज भी हर युवा के लिए प्रेरणा का स्त्रोत हैं।
स्वामी विवेकानंद के प्रमुख विचार:
स्वामी विवेकानंद ने जीवन, धर्म, शिक्षा, और युवा शक्ति पर अद्भुत विचार प्रस्तुत किए। उनके कुछ प्रमुख विचार इस प्रकार हैं:
१. "उठो, जागो और लक्ष्य प्राप्ति तक मत रुको" - यह विचार युवाओं को कर्मशील बनने और अपने सपनों को साकार करने का संदेश देता है।
३. "एक विचार लो, उसे अपनी जिंदगी बना लो" - उन्होंने युवाओं को अपने लक्ष्य के प्रति दृढ़ और समर्पित रहने की प्रेरणा दी।
३. "युवाओं में असीम ऊर्जा और सामर्थ्य है" - विवेकानंद ने हमेशा युवाओं को आत्मविश्वासी और स्वावलंबी बनने का आह्वान किया।
४. "मनुष्य अपने विश्वास से महान बनता है" - उनका मानना था कि यदि युवा अपने ऊपर विश्वास रखें, तो वे असंभव को भी संभव कर सकते हैं।
युवाओं के लिए विवेकानंद के संदेश:
स्वामी विवेकानंद का जीवन और संदेश युवाओं को प्रेरित करता है कि वे अपने भीतर की शक्ति को पहचानें और समाज व देश की सेवा में लगाएँ। उन्होंने शिक्षा को केवल जानकारी का भंडार न मानकर, आत्मा और मन के विकास का साधन बताया। उनका कहना था, "सच्ची शिक्षा वह है जो हमें जीने की कला सिखाए।"
उन्होंने युवाओं को सत्य, निष्ठा और अनुशासन का पालन करने के लिए प्रेरित किया। उनके अनुसार, केवल भौतिक विकास नहीं, बल्कि आध्यात्मिक और नैतिक विकास भी आवश्यक है।
युवाओं के लिए आह्वान:
आज के समय में, जब हमारे देश को सशक्त, जागरूक, और नैतिक मूल्यों से युक्त युवाओं की आवश्यकता है, विवेकानंद के विचार और अधिक प्रासंगिक हो जाते हैं।
१. सामाजिक सेवा: स्वामी विवेकानंद ने युवाओं से समाज सेवा का आह्वान किया था। उनका मानना था कि जो कमजोर और वंचित हैं, उनकी सहायता करना ही सच्ची मानवता है।
२. स्वयं पर विश्वास: उन्होंने युवाओं से कहा कि आत्मविश्वास के बिना सफलता संभव नहीं। युवा अपने भीतर छिपी शक्तियों को पहचानें और अपने सपनों को साकार करें।
३. राष्ट्र निर्माण: विवेकानंद का आह्वान था कि युवा अपनी ऊर्जा को सही दिशा में लगाकर राष्ट्र के विकास में योगदान दें।
निष्कर्ष:
राष्ट्रीय युवा दिवस केवल एक दिन का उत्सव नहीं है, बल्कि यह स्वामी विवेकानंद के जीवन और उनके विचारों को आत्मसात करने का अवसर है। युवा शक्ति ही देश की सच्ची ताकत है। यदि युवा स्वामी विवेकानंद के आदर्शों का पालन करें, तो भारत विश्व में अपना अद्वितीय स्थान बना सकता है।
आइए, इस राष्ट्रीय युवा दिवस पर हम सभी विवेकानंद के विचारों को अपने जीवन में उतारें और भारत को सशक्त, समृद्ध और प्रेरणादायक देश बनाने में अपनी भूमिका निभाएँ।
जय हिंद! जय राष्ट्र!! जय युवा शक्ति!
सुरेश कुमार गौरव, उ. म. वि. रसलपुर, फतुहा, पटना (बिहार)
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