हमारे प्रतिभावान बच्चे - रूही कुमारी - Teachers of Bihar

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Thursday 6 February 2020

हमारे प्रतिभावान बच्चे - रूही कुमारी

‌हमारे प्रतिभावान बच्चे
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          "कौन कहता है कि आसमां में सुराख नहीं हो सकता, एक पत्थर तो तबियत से उछाल कर देखो यारों" इस पंक्ति को आज हमारे बच्चे चरितार्थ करते नज़र आ रहे हैं। इन बच्चों में प्रतिभाएँ कूट-कूट कर भरी हुई है बस जरूरत है तो उन्हें सही दिशा-निर्देश की। उचित मार्गदर्शन पाकर ये बच्चे नित नए-नए आयाम गढ़ रहें हैं। जहाँ एक ओर सरकारी विद्यालय के बच्चों से कुछ ख़ास अपेक्षाएँ और उम्मीदें नहीं लगाई जाती थी इसके विपरीत ये बच्चे अपनी क्षमताओं एवं प्रतिभाओं का लोहा मनवा रहे हैं।
              हाल हीं के दिनों में विभिन्न विद्यालयों में हुए सांस्कृतिक कार्यक्रमों में बच्चों की अद्भुत और मनमोहक प्रस्तुति ने सभी को उनकी प्रतिभा का कायल बना दिया है। साथ ही अभी-अभी सम्पन्न हुए TLE/TLM मेला सह विज्ञान प्रदर्शनी में बच्चों द्वारा तैयार किया गया प्रोजेक्ट तथा उसका प्रस्तुतिकरण काफ़ी सराहनीय तथा अतुलनीय था। इसके अलावा भी खेल-कूद, चित्रकला, वाद-विवाद, भाषण, निबंध आदि प्रतियोगिताओं में भाग लेकर बच्चों ने अपनी कला का अद्वितीय प्रदर्शन किया है।
         इन नन्हीं कलियों के हौसलों को उड़ान देने तथा इनमें छिपी हुई प्रतिभाओं को सामने लाने में हमारे शिक्षकों की भागीदारी भी सराहनीय है। प्रत्येक बच्चों के साथ अपने-पन का व्यवहार रखने के कारण बच्चे शिक्षकों के साथ सहज रहते हैं तथा अपनी बातें बेहिचक उन तक पहुँचा पाते हैं। विद्यालय में हो रहे विभिन्न गतिविधियों में भाग लेने के लिए शिक्षकों द्वारा बच्चों को प्रोत्साहित किया जाता है तो वे बच्चे जो पढ़ाई से कतराते थे वे भी अब गतिविधियों में बढ़-चढ़ कर हिस्सा ले रहे हैं। 
      वर्तमान समय में शिक्षा की परिभाषा भी बदल रही है। जो पहले पुस्तकों पर निर्भर रहती थी तथा उबाऊ और बोझिल सा प्रतीत होता था वही शिक्षा अब केवल किताब और बंद कमरे तक सीमित नहीं रह गई है। ये बदलाव सरकारी विद्यालयों में साफ नज़र आ रहा है। विद्यालयों में स्वच्छता, बाग़वानी आदि के प्रयोगों से बच्चों में इन सभी के प्रति जागरूकता भी बढ़ती है। बच्चे आगे आकर स्वयं सभी क्रिया-कलापों में भाग लेना चाहते हैं। 
         अतः बच्चों के इस उत्सुकता तथा जिज्ञासु प्रवृति को बनाये रखने के साथ-साथ उनके ज्ञान वृद्धि के लिए भी हमें सदैव तत्पर रहना चाहिए ।


रूही कुमारी
मध्य विद्यालय पचीरा
रानीगंज, अररिया

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