Sunday, 2 August 2020
New
मित्र दिवस-नूतन कुमारी
मित्र दिवस
मित्रता दुनियाँ भर के सबसे खास रिश्तों में से एक है। यह रिश्ता आत्मा से जुड़ा हुआ होता है। बचपन में हमारे बहुत सारे मित्र होते हैं जिसमें से कुछ मित्र का ही साथ हमे जीवन भर मिल पाता है। खैर जो भी हो बचपन की दोस्ती बड़ी गहरी होती है। सच्चे मित्र का होना बहुत ही आवश्यक है। एक मित्र की तुलना शायद कोई नहीं कर सकता बशर्ते मित्र सच्चा होना चाहिए। हर वर्ष अगस्त महीने के पहले रविवार को मित्र दिवस मनाया जाता है। इस दिन को हम अपने दोस्तों के नाम कर देते हैं। इस मौके पर हमें अपने व्यस्त दिनचर्या में से कुछ समय निकाल कर अपने दोस्तों से मिलना, बातचीत करना, उन्हें उपहार, फूल व गुलदस्ते, ग्रिटिंग वगैरह देकर उनके साथ व सम्मान का आभार व्यक्त करना चाहिए और इस दौरान उनके साथ समय बिताना चाहिए। हमें अपने दोस्तों को मित्र दिवस पर ढेर सारा प्रेम और उनके स्वयं के लिए बेहद ही ख़ास होने का एहसास कराना चाहिए भले ही माध्यम का रूप जैसा भी और उनको श्रद्धा पूर्वक सानिध्य प्रदान करना चाहिए तथा पूरे वर्ष के दौरान यदि कोई भूल और चूक हुई हो तो वो सब आपस मे मिट जाए और इसी क्रम में कुछ बेहद गुप्त बातों या समस्याओं को जानने के भी अवसर ढूंढ लेने चाहिए और उन्हें मिलकर हल करने का प्रण लेना चाहिए। दोस्तों के संगत का असर हमारे जीवन पर भी पड़ता है, जैसे दोस्त होंगे वैसे ही हम पर उनका प्रभाव। अच्छे दोस्त अच्छी बातें सिखाएँगे और बुरे दोस्त बुरी बातों को। ऐसे में मित्र का चयन धन या सामर्थ्य देखकर नही अपितु ज्ञान, विवेकशीलता, विनम्रता, नैतिकता के आधार पर करना चाहिए। कम से यदि एक गुण की जरूरत हो मित्र होने के लिए तो वो मेरे ख़्याल में नैतिकता का गुण सर्वोपरि है भले धनवान, विद्वान आदि न भी हो।
सच्चे मित्र हर परिस्थितियों में हमारा साथ देते हैं। जो अपने किसी स्वार्थवश हमसे दोस्ती रखे और स्वार्थसिद्धि होते ही दोस्ती खत्म कर दे वह सच्चा मित्र कतई नहीं हो सकता। ऐसे लोग सिर्फ सच्चे दोस्त होने का दावा तो कर सकते हैं लेकिन ताउम्र दोस्ती निभाया नहीं करते। आजकल दुनिया मे एक बेस्ट फ्रेंड का फ़ैशन चल पड़ा है परन्तु प्राथमिक पाठशाला में भी यह पढ़ती आ रही हूँ और मेरे ख़्याल में आप सभी ने भी पढ़ होगा कि सच्चे मित्र वही होते हैं जो संकट में काम आए।
सच्चे मित्र की बखान जितनी करूँ वो पर्याप्त नहीं होगा। मित्र के साथ हमें वह सुखद अनुभूति प्राप्त होती है जिसका बखान करना शब्दों से संभव नहीं अपितु यह बहुत ही श्रद्धायुक्त भावना है। मित्र से हम अपने मन की हर बात बताते हैं या यूँ कहें कि मित्र हमारे मन का दर्पण होता है। दोस्तों के बीच किसी भी प्रकार के संशय की कोई गुंजाइश नहीं होती। हर चीज पारदर्शिता के साथ होनी चाहिए क्योंकि अगर हम अपने दोस्तों से बातों को छुपाना शुरू कर देते हैं तो वहीं से हमारे रिश्ते पर ग्रहण लगना आरंभ हो जाता है।
सच्चा मित्र हमारे लिए अमूल्य धरोहर के समान है। हमें इसे ताउम्र संजोकर रखना चाहिए। हमें हमारी दोस्ती को निभाने में किंचित मात्र भी चूक व मित्र की बातों का सन्देह नहीं करनी चाहिए। हमें हमारे दोस्त को समर्पित यह पंक्ति-
वीरानियाँ अब खत्म हुई,
तुझसे प्रेम यूँ जताने से,
गुलजार हुआ मेरा जीवन,
ऐ दोस्त! तुम्हारे आने से।
हर रिश्ते की शुरुआत होती है दोस्ती। दोस्ती किसी से भी हो सकता है, फिर चाहे किसी भी धर्म या संप्रदाय के हो या उम्र मे बड़े हो या छोटे हो या फिर लड़के हो या लड़कियाँ। सच्ची मित्रता भाई बहन में भी हो सकती है। मां और बच्चों के बीच भी हो सकते हैं। आज के आधुनिक युग में कुछ लोग कहते हैं कि लड़के और लड़कियाँ सच्चे मित्र नहीं हो सकते। लेकिन ऐसी सोच वही लोग रख सकते हैं जो दोस्ती की पराकाष्ठा को नहीं समझते हो। इसलिए हमें ऐसी सोच नहीं रखनी चाहिए। एक लड़का और लड़की भी सच्चे मित्र हो सकते हैं। उनके बीच भी घनिष्ठ दोस्ती हो सकती है शर्त यही कि वे लोग कर्तव्यनिष्ठ व नैतिक गुणों से लैस हो
हमें अपने जीवन में मित्रता जरूर करनी चाहिए। दोस्ती का रिश्ता बहुत ही खूबसूरत और विश्वसनीय होता है। दोस्तों का होना हमारे लिए खुशकिस्मती है। दोस्तों की माला में हमें नये मोतियों को अवश्य जोड़ना चाहिए लेकिन जुड़े मोतियों को बिखरने कभी नहीं देना चाहिए। जीवन में दोस्त चाहे जितने भी बनाए जाए लेकिन निभाने का जज्बा भी अंतिम श्वास तक होना चाहिए।
नूतन कुमारी
प्रा. वि. चोपड़ा
पूर्णियाँ, बिहार
About ToB Team(Vijay)
Teachers of Bihar is a vibrant platform for all who has real concern for quality education. It intends to provide ample scope and opportunity to each and every concern, not only to explore the educational initiative, interventions and innovations but also to contribute with confidence and compliment. It is an initiative to bring together the students, teachers, teacher educators, educational administrators and planners, educationist under one domain for wide range of interactive discourse, discussion, idea generation, easy sharing and effective implementation of good practices and policies with smooth access.
मित्र दिवस-नूतन कुमारी
Labels:
Blogs Teachers of Bihar,
Teachers of Bihar,
Teachers of Bihar Blogs,
ToBBlog,
ToBblogs,
मित्र दिवस-नूतन कुमारी
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
Nice thot it's learn in life
ReplyDeleteWah , bahut hi khubsurat andaj me likha gya hai mitrata diwas par ye nibandh.
ReplyDeleteBahut hi sunder or anmol sabdo me apne likha h mam....👍🏾👍🏾👍🏾
ReplyDeleteवाह बहुत सुन्दर प्रस्तुति मैम 🙏🏻🙏🏻
ReplyDeleteकाफी बेहतरीन प्रस्तुति
ReplyDeleteBahut sundar
ReplyDeleteधन्यवाद आप सभी को
Delete